भारत के सभी रेलवे स्टेशन पर कार्यरत रेलवे कुली विपक्ष के नेता राहुल गांधी से बहुत बड़ी उम्मीद की थी कि हमारे लड़ाई में हमें भरपूर सहयोग करेंगे लेकिन रेलवे कुली की उम्मीद समाप्त हो गई। आजकल रेलवे कुली में चर्चा बहुत जोर से चल रहा है कि राहुल गांधी से भी गुप डी की नौकरी दिलाना संभव नहीं है। मोदी जी के सामने कोई विपक्षी दलों के नेताओं का या पार्टी के किसी भी सदस्य में इतनी क्षमता नहीं कि अपना विरोध प्रकट कर सके। रेलवे के कुली ने अपने हक की लड़ाई शांति पूर्ण तरीके से लड़ रहे हैं लेकिन भारत सरकार के रेल मंत्री एवं सांसद सदस्य से सिर्फ आश्वासन मिलता है कि आपके कार्य तीव्र गति से चल रहा है सरकारी कार्य होने में वक्त लगता है। झूठी उम्मीद के सहारे रेलवे कुली जी रहे हैं।बोझ के तले पहले से ही दबे हैं लेकिन अब रेलवे कुली कर्ज के नीचे दबे कुचले जा रहे हैं। जी आर पी के सिपाही द्वारा रेलवे स्टेशन पर कुलियों के साथ मारपीट करना बहुत ही निंदनीय विषय है भारत सरकार के रेल मंत्री इसका अपने स्तर से जांच करावें।मोदी जी के मन की बात के कार्यक्रम में उपयुक्त भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने भोपाल के रेलवे कुली को आश्वस्त किया कि भारत वर्ष के सभी रेलवे कुली को रेलवे में समायोजित किया जाएगा।
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