मां सरस्वती:भौतिकतावाद और व्यवहारिकता की आंधी में ज्ञान का महत्व कुछ कम हो गया है।

मां सरस्वती:भौतिकतावाद और व्यवहारिकता की आंधी में ज्ञान का महत्व कुछ कम हो गया है।
वसंत ऋतु 03/02/2025 मां सरस्वती का आगमन।
ज्ञान की देवी मां सरस्वती का आगमन वसंत पंचमी के दिन हुआ। आज के दिन ब्रह्मा, विष्णु, महेश, मनुष्य आदि देवता मां सरस्वती की अराधना ज्ञान प्राप्ति के लिए करते हुए आए हैं। ज्ञान की उपासना,ज्ञान की अराधना और ज्ञान के दान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। और मनुष्य जितने भी दान करते हैं उन सभी को सामर्थ्य अनुसार लौटा सकते हैं किन्तु ज्ञान को लौटाना असंभव हैइसलिए कहा गया है कि गुरु जो ज्ञान देते हैं वह गुरु का ऋणी हो जाता है जिसको शिष्य कभी लौटा कर नहीं देता है।
ज्ञान और बुद्धि को यंत्र के द्वारा मौलिक आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास करता है। जिस डिजिटल तकनीक को अब तक कार्य करने की सुगमता बढ़ाने का उपयोगी उपकरण समझते हैं उसे अब कृत्रिम बुद्धि के रूप में सम्मान जनक स्थान दिया जाता है। यह यंत्र इतना विकराल है कि इसमें ज्ञान की सत्यता गुम होती नजर आ रही है।
भौतिकतावाद और व्यवहारिकता की आंधी में ज्ञान का महत्व कुछ कम हुआ है।
भौतिकतावाद और व्यवहारिकता की आंधी में ज्ञान का महत्व कुछ कम हो गया है। हमारे देश में ज्ञान और विद्या का महत्व आज भी सर्वोपरि मानते हैं।

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